दोस्तों हमेशा की तरह आज भी हम एक प्रोग्रेसिव और प्रैक्टिकल मोबाइल एप्लीकेशन पर चर्चा करेंगे आज की चर्चा का विषय है मोबाइल एप्लीकेशन mPariwahan दोस्तों इस एप्लीकेशन के जरिए आप कि...
दोस्तों आज विज्ञानं ने वो कर डाला जो आज तक असंभव था ।
जी हाँ ।
आज वैज्ञानिकों ने ब्लैक होल का पोट्रेट लिया है । आज इसकी घोषणा की गयी ।
ऐसा करने के लिए उन्होंने कई दूरबीन यानि कुल 8 का सहारा लिया । और उन सबको को आपस में जोड़ा । और इस एक फोटो को लेने में २०० से ज्यादा वैज्ञानिको ने भाग लिया ।
और ये टेली स्कोप Mexico, Chile, Europe, and Antarctica में थे ।
ये बिलकुल इसे ही है मानो दोस्तों २०० फोतोग्रफेर्स ने मिलकर 8 कैमरा से एक फोटो लिया हो । है न अदभुद ।
दूरबीन का व्यास जितना ज्यादा होगा उतना ही फोटो में क्वालिटी आता है । अलग-अलग बड़े साइज के दूरबीन उपलब्ध नहीं है । इसलिए कई दूरबीन को जोड़कर उनका साझा रिजल्ट लेकर यह पोट्रेट लिया गया ।
सब मिलकर एक ग्लोबल दूरबीन बन गई । और इस वर्चुअल दूरबीन का साइज़ एअर्थ के साइज़ का मानना जा रहा है । इतनी बड़ी दूरबीन बनाते भी केसे । यानि पृथवी के आकर का कैमरा ।
जितना बड़ा टेलिस्कोप की छतरी होगा उतनी ही शार्प फोटो आती है ... कहीं ना कहीं दोस्तों इससे यह जाहिर होता है कि जितना ज्यादा WideAperture होगा उतना ही लाइट अंदर ज्यादा आएगी ।
मैं अक्सर बताता हु की फोटो ग्राफी में लाइट का बहुत महत्व है । हम किसी भी फोटो को इसलिए देख पाते हैं क्योंकि उस पर प्रकाश पड़ता है । अगर आपकी लाइट कंडीशन ठीक नही है तो फोटो बिलकुल अच्छा नही आएगा ।
आपको शटर स्पीड बढ़नी होगी जिससे ज्यादा प्रकाश कैमरे में धीरे धीरे आ जाये । लॉन्ग एक्सपोज़र आपने सुना ही होगा ।
लेकिन क्या अँधेरे की भी फोटो ग्राफी की जा सकती है ।
दोस्तों ब्लैक होल में गुरुत्वाकर्षण बहुत होता है । जोइतना ज्यादा होता ही की प्रकाश को भी भी सोख ले । और खुद में से गुजरने न दे । इसलिए उनकी फोटो करना संभव नहीं था ।
अभी तक इसके बारे में केवल अप्रत्यक्ष प्रमाण ही थे दोस्तों । और आज हमारे पास ब्लैक होल का फोटो है । फोटो से बेहतर और क्या परिणाम हो सकता है ।
यहां दोस्तों मैं आपको बता दूं अंतरिक्ष में दूरी प्रकाश के आधार पर प्रकाश वर्ष मानी जाती है ।
यानि प्रकाश कितनी देर तक धरातल पर आता है । इससे ये भी प्रतीत होता ही की कैमरा का shutter जितना खुला रहेगा उतना प्रकाश ज्यादा आएगा ।
जिस प्रकार अंतरिक्ष में दूरी प्रकाश के आधार पर प्रकाश वर्ष मानी जाती है । उसी प्रकार से टेलिस्कोप की Resolution का आकलन MicroArc Seconds मैं किया जाता है । जबकि हम रिजर्वेशन का आकलन मेगापिक्सल के आधार पर करते हैं ।
एक arc सेकंड टेलिस्कोप 3:30 किलोमीटर से भी आप के ₹1 के सिक्के पर क्या लिखा है पढ़ सकता है
दोस्तों दुरी प्रकाश वर्ष से और Resolution का आकलन MicroArc Seconds .. वाह क्या बात है । इसने मुझे कैमरा के बारे में नई समझ दी है ।
दोस्तों क्या कभी आपने चांद का वीडियो लिया है क्या फोटो लिया है। जरुर लिया होगा लेकिन चाँद तो दोस्तों सूरज के प्रकाश से चमकता है । तो क्या अँधेरे का फोटो ले सकते हो । जी नहीं ।
लेकिन दोस्तों वैज्ञानिकों ने आज एक ऐसा काम किया है जो करना मुश्किल ही नहीं असंभव था तो वैज्ञानिकों को हमारे ब्लॉक की तरफ से ढेर सारी बधाई
दोस्तों इसके लिए विज्ञानं ने एक trick का इस्तेमाल किया । सभी 8 दूरबीन ने रेडियो तरंगे कलेक्ट की और उन्हें कोम्पिले किया ।
दोस्तों हमारे अन्तरिक्ष में कई ब्लैक होल है । वैज्ञानिको ने galaxy M87 में मोजूद shadowSagittarius A*
पर ये प्रयोग किये । 26,000 light-year दुरी पर है ये ब्लैक होल ।
अँधेरे का फोटो वो भी इतनी ज्यादा दुरी से । ढेरो बधाई । जिस चीज को आज तक Invisible माना गया उसे आज हमने देखा ।
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