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गाड़ी मालिक का नाम जाने

दोस्तों हमेशा की तरह आज भी हम एक प्रोग्रेसिव और प्रैक्टिकल मोबाइल एप्लीकेशन पर चर्चा करेंगे आज की चर्चा का विषय है मोबाइल एप्लीकेशन mPariwahan दोस्तों इस एप्लीकेशन के जरिए आप किसी भी मोटर वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर यानी की आरसी , कोई भी ड्राइविंग लाइसेंस नंबर देख कर यह जान सकते हैं कि यह किस व्यक्ति विशेष के नाम से है । आप यह भी जान सकते हैं कि यह गाड़ी का मालिक कहां से बिलॉन्ग करता है यानी किसका निवास स्थान क्या है । इसके लिए आपको परिवहन विभाग में इसी तरह के आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है । इस प्रकार बहुत सी दशाएं हो सकती है जिसमें हमें भीड़ भाड़ वाले इलाके में किसी गाड़ी की आरसी नंबर से उसके मालिक का पता करना हो । यदि आप एक अधिवक्ता हैं , न्यायालय में कार्यरत हैं तो आप भी केवल आरसी और ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी से यह जान सकते हैं कि क्या वस्तुतः वह फोटो कॉपी सही है अथवा नहीं । इस एप्लीकेशन का एक और फायदा यह भी है कि जब जब आप और जिन व्यक्तियों का नाम पता लगाएंगे उन सबका नाम हिस्ट्री में सेव रहता है । आप अपना आरसी व ड्राइविंग लाइसेंस इसमें सेट सकते हैं यानी कि एक बार इसमें डैशबोर्ड म

Experiment With DSLR : PART 1 [ BRACKTING ]

दोस्तों आज से हम एक नई प्रयोगात्मक सीरीज शुरू करने जा रहे हैं ।


मैं जो भी कैमरा से प्रयोग करूंगा वह आपके साथ सांझा करूंगा ।

दोस्तों आज मैंने Brackting पर प्रयोग शुरु किए  ।

जेसा की आप जानते है इस तकनीक में भी कैमरा तीन फोटो अलग अलग लाइट कम्पनसेसन पर  करता है । जिन्हें हम बाद में कंप्यूटर से पोस्ट प्रोसेसिंग के जरिये COMPILE कर फोटो हासिल करते है । एसा दोस्तों वह किया जाता है जहा फोटो फ्रेम में कुछ जगह अँधेरी और काली हो और कुछ जगह उजाला हो । इसी दशा में हम चाहे किसी भी सेटिंग पे एक फोटो ही करेंगे तो भी यदि हमने ज्यादा लाइट की सेटिंग की तो अँधेरे वाला हिस्सा तो क्लियर आ जायेगा , लेकिन लाइट वाला हिस्सा बहुत  ज्यादा चुंधिया देने वाला दिखेगा यानि की फोटो में नजर ही नही आएगा । और यदि हमने कम लाइट की तो लाइट वाला हिस्सा तो साफ आ जायेगा , लेकिन अँधेरे वाला हिस्स्सा काला हो जाएगा ।

सबसे पहले मैं आपको बता दूँ कि फुल ऑटो  मोड में Brackting नहीं की जा सकती । क्योंकि इस मोड में यह ऑप्शन ही उपलब्ध नहीं होता ।


अब प्रश्न उठता है शेष बचे 3 मोड्स  मैनुअल मोड , अपरचर मोड ,  शटर मोड में से किस मोड में Brackting करनी चाहिए।

तो दोस्तों सबसे पहले मैंने सोचा कि अपर्चर मोड और  शटर स्पीड मोड में प्रयोग किया जाए ।

आइये प्रयोग शुरू करते है ।

प्रयोग संख्या 1

मैंने अधिकतम अपरचर   को अपना आधार बनाया ।

सबसे पहले मैंने अपर्चर  मोड में प्रारंभ किया तथा उसने अपना अपर्चर अधिकतम यानी कि मेरे लेंस का 1.8 था सेट किया । जिस पर मुझे कैमरा ने शटर स्पीड 30 दी  । 

उसके बाद मैंने  Brackting के लेवल 0.5 पर फोटोस की  ।

 जिस पर मुझे अन्य दो फोटो में 20 और 45 shutter speed  पर मिली ।बिल्कुल वैसे ही था जैसा कि दोस्तों आप जानते हैं कि 30 से पीछे का शटर स्पीड लेवल 20 होता है । 30 से आगे का पॉइंट 45 होता है । तीनो में एक एक पॉइंट कमपनसेशन में भी   पर और निचे बदलाव आया ।

उसके बाद मैंने  Brackting के लेवल 1 पर फोटोस की  । जिस पर मुझे अन्य दो फोटो में 15 और 60 shutter speed  पर मिली । बिल्कुल वैसे ही था जैसा कि दोस्तों आप जानते हैं कि 30 से दो पीछे का शटर स्पीड लेवल 15 होता है । 30 से दो आगे का पॉइंट 60 होता है ।तीनो में दो दो  पॉइंट पर और निचे कमपनसेशन में भी   बदलाव आया ।

उसके बाद मैंने  Brackting के लेवल 1.5 पर फोटोस की  । जिस पर मुझे अन्य दो फोटो में 10 और 90 shutter speed  पर मिली । बिल्कुल वैसे ही था जैसा कि दोस्तों आप जानते हैं कि 30 से तीन पीछे का शटर स्पीड लेवल 15 होता है । 30 से तीन आगे का पॉइंट 60 होता है । तीनो में तीन तीन  पॉइंट उपर और निचे कमपनसेशन में भी   बदलाव आया ।


इस प्रकार दोस्तों आप समझ गए होंगे कि जब आप अपर्चर मोड में ब्रेकिंग   करते हैं तो क्योंकि कि आपने अपना अपर्चर सेट कर दिया है  । brackting से  किसी भी फोटो में अपर्चर चेंज नहीं होता  । जैसा कि मैंने अपने कैमरा पर अपर्चर 1.8 किया था  । तो मेरी तीनों फोटो में अपर्चर 1.8 ही मिला । क्योंकि मैने अपर्चर मोड में काम किया था । लेकिन मेरी तीनों फोटोस में शटर स्पीड उतने लेवल कम या ज्यादा हुई कितने पॉइंट कि या लेवल कि  brackting  मैंने  की थी ।

दोस्तों यहां मैं आपको यह भी बता दूं कि ब्रैकेटिंग के कितने पॉइंट्स निकोन डी 5300 अवेलेबल है ।
.5 = इसमें बाकी दोनों फोटो में शटर स्पीड एक पॉइंट कम और एक पॉइंट ज्यादा होगी ।
1= इसमें बाकी दोनों फोटो में शटर स्पीड दो पॉइंट कम और दो पॉइंट ज्यादा होगी ।
1.5=इसमें बाकी दोनों फोटो में शटर स्पीड तीन पॉइंट कम और तीन पॉइंट ज्यादा होगी ।
2 =इसमें बाकी दोनों फोटो में शटर स्पीड चार पॉइंट कम और चार पॉइंट ज्यादा होगी ।

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प्रयोग संख्या 2

इसके बाद मैंने शटर मोड पर काम शुरू किया । इस बार मैंने पुनः 1.8 अपरचर को आधार माना । तो मुझे अपने कमरे की लाइट कंडीशन के मुताबिक इस मोड में 20 की शटर स्पीड पर 1.8 अपरचर मिल गया । और मैंने brackting के जरिये तीन फोटो क्लिक की ।

इस बार दो  फोटो में मुझे अलग अलग अपरचर मिला  । एक में 1.8 जो की मैंने सेट किया ही था ।दुसरे में भी १.8 , तीसरे में 2 अपरचर मिला ।

इस बार मैंने पुनः 2 अपरचर को आधार माना । इस बार तीनो   फोटो में मुझे अलग अलग अपरचर मिला  । एक में 2 जो की मैंने सेट किया ही था । दुसरे में भी 1.8 , तीसरे में 2.4 अपरचर मिला । बिल्कुल वैसे ही था जैसा कि दोस्तों आप जानते हैं कि 2 से एक पीछे का अपरचर  लेवल 1.8 होता है । 2 से एक  आगे का पॉइंट 2.4 होता है ।

 तीनो में एक एक पॉइंट कमपनसेशन भी बदलाव आया ।

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प्रयोग संख्या 3

इस बार पुनः प्रयोग संख्या 2 दूसरी जगह जाकर  किया लेकिन इस बार तीनो फोटो में अपरचर और शटर स्पीड में बदलाव नहीं आया ।तीनो में एक एक पॉइंट कमपनसेशन में ही  बदलाव आया ।


एसा शायद इसलिए हुआ की मैंने अलग लाइट कंडीशन में फोटो क्लिक की थी ।

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प्रयोग संख्या 4

दोस्तों इस बार मैंने मैन्युअल मोड में उक्त प्रयोग किया और .5 पर BRACKTING की तो इसमें भी अपरचर मोड की भांति ही एक एक पॉइंट कमपनसेशन और शटर स्पीड में बदलाव आया ।

इस प्रकार दोस्तों उक्त प्रयोगों से मेरे मानना है की कभी भी शटर मोड में brackting नही करनी चाहिए क्योंकि इसमें तीनो फोटो में अपरचर अलग अलग आ सकता है जिस से आपकी डेप्थ ऑफ़ फ़ील्ड या ब्लर इफ़ेक्ट में बदलाव हो सकता है जिससे आप उन्हें ब्लेंड करेंगे तो अलग अलग फोकस की फोटो ब्लेंड करने में सही रिजल्ट नही आएगा ।

हालाँकि यह FOCUS STACKING या FOCAL PLANE MERGING या Z-STACKING के लिए अच्छा प्रतीत हो रहा होगा । लेकिन एसा नही है । इस विषय पर मैं फिर कभी लिखूंगा ।

अपरचर मोड और मैन्युअल मोड में brackting का रिजल्ट एक सा है । इसलिए आप इन दोनों में ही कर सकते है । 

लेकिन मुझे इन प्रयोगों के बाद अहसास हुआ की ब्लेंडिंग का प्रयोजन तीन फोटो जोड़ने का ही है तो brackting को brackting मोड में ही क्यों किया जाये । 

क्यों न एसा किया जाये की TRIPODE पर उसी पोजीशन में स्वयं तीन सेटिंग शटर  मोड या मैन्युअल मोड से सेम अपरचर लेते हुए की जाये । एसा करने से एक लाभ होगा की हम तीनो फोटो , जो उसी पोजीशन की है , अपने मन मर्जी के मोड में और सेटिंग पर कर ले , जो हमें पसंद हो और उन्हें बाद में पोस्ट प्रोसेसिंग की मदद से ब्लेंड कर लिया जाये ।

दोस्तों यह थोड़ी चर्चा HDR फोटोग्राफी पर भी कर लेते है । इस तकनीक में भी कैमरा तीन फोटो अलग अलग लाइट कम्पनसेसन पर  करता है लेकिन हमें कैमरा खुद ही तीनो फोटो COMPILE करके रिजल्ट में एक ही फोटो देता है । HDR PHOTOGRAPHY के बजाय TRIPODE पर उसी पोजीशन में स्वयं तीन सेटिंग शटर  मोड या मैन्युअल मोड से सेम अपरचर लेते हुए की करे । एसा करने से एक लाभ होगा की हम तीनो फोटो , जो उसी पोजीशन की है , अपने मन मर्जी के मोड में और सेटिंग पर कर ले , जो हमें पसंद हो और उन्हें बाद में पोस्ट प्रोसेसिंग की मदद से ब्लेंड कर लिया जाये । 

दोस्तों मेरे बताये सुझाव पर गोर कीजियेगा ।

दोस्तों उपर के सरे प्रयोग बिना TRIPOD के पॉसिबल नही थे । TRIPOD पर हमारा विडियो देखे ।





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